डॉलर का उदय || Origin of dollar
US Dollar :- डॉलर शब्द उच्च जर्मन थालर के निम्न सैक्सन सजातीय से लिया गया है यह शब्द औपनिवेशिक काल से ही आम उपयोग में था, जब यह आठ-असली सिक्का Spanish Dollar या “स्पेनिश मिल्ड डॉलर” को संदर्भित करता था इसे न्यू स्पेन से स्पेनिश द्वारा जारी किया गया था जिसे पूरे यूरोप, अमेरिका और एशिया मे इसका उपयोग किया जाता था।
अमेरिकी संविधान को मंजूरी मिलने के बाद, कांग्रेस ने 2 अप्रैल, 1792 को “मिंट एक्ट” पारित किया, जिसने संयुक्त राज्य अमेरिका की सिक्का प्रणाली और डॉलर को मुद्रा की प्रमुख इकाई के रूप में स्थापित किया। इस अधिनियम के द्वारा अमेरिका मुद्रा के लिए दशमलव प्रणाली अपनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया।

अमेरिकन डॉलर || American Dollar
अमेरिकन डॉलर की पहचान एक वैश्विक मुद्रा की बन गई है, अंतरराष्ट्रीय व्यापार में डॉलर और यूरो काफ़ी लोकप्रिय और स्वीकार्य हैं दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों में जो विदेशी मुद्रा भंडार होता है उसमें 64 फ़ीसदी अमरीकी डॉलर होते हैं |
इंटरनेशनल स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइज़ेशन (ISO) लिस्ट के अनुसार दुनिया भर में कुल 185 करंसी हैं हालांकि, इनमें से ज़्यादातर मुद्राओं का इस्तेमाल अपने देश के भीतर ही होता है कोई भी मुद्रा दुनिया भर में किस हद तक प्रचलित है यह उस देश की अर्थव्यवस्था और ताक़त पर निर्भर करता है|
दुनिया की दूसरी ताक़तवर मुद्रा यूरो (Euro) है जो दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के विदेशी मुद्रा में 19.9 फ़ीसदी है ज़ाहिर है डॉलर की मज़बूती और उसकी स्वीकार्यता अमरीकी अर्थव्यवस्था की ताक़त को दर्शाती है कुल 65 फ़ीसदी Dollar का इस्तेमाल अमरीका के बाहर होता है |
डॉलर का इस्तेमाल कब से किया जाने लगा
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका और भी मजबूत वैश्विक महाशक्ति के रूप में उभरने लगा । 1944 के ब्रेटन वुड्स समझौते ने युद्ध के बाद की अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक प्रणाली (Monetary System) की स्थापना की, जिसमें American dollar को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (International Trading) के लिए दुनिया की प्राथमिक मुद्रा (Primary Currency) बना दी गई |
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क्यों डॉलर को दुनिया की प्राथमिक मुद्रा के रूप में स्वीकार किया गया
दुनिया का 85% व्यापार अमेरिकी Dollar की मदद से होता है दुनिया भर के लगभग 39% क़र्ज़ अमेरिकी Dollar में दिए जाते हैं इसलिए विदेशी बैंकों और देशों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार में डॉलर की ज़रूरत होती है अब हालात तो ऐसे हो गए हैं कि यदि कोई डॉलर का नाम लेता है तो लोगों के दिमाग में सिर्फ अमेरिकी डॉलर ही आता है जबकि विश्व के कई देशों की करेंसी का नाम भी ‘डॉलर’ है |
फलस्वरूप Dollar को वैसविक मुद्रा (World Currency) के रूप में स्वीकार करने के लिया सभी मज़बूर हो गये जिसके अन्य कुछ महत्वपूर्ण कारण भी बताये जाते है |
- इंटरनेशनल स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइज़ेशन लिस्ट के अनुसार 185 से भी ज़्यादा मुद्राये दुनिया में इस्तेमाल की जाती है ज़्यादातर मुद्राओं का इस्तेमाल अपने देश के भीतर ही होता है ज़ाहिर है डॉलर की मज़बूती और उसकी स्वीकार्यता अमरीकी अर्थव्यवस्था (American Economy) की मज़बूती को दर्शाती है |
- अमेरिका के कुल Dollar की संख्या के 65% का इस्तेमाल अमरीका के बाहर होता है, इसलिए विदेशी बैंकों और देशों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार में डॉलर की ज़रूरत होती है |
- दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों में जो विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Deserve Currency) होता है उसमें 64% अमेरिकी डॉलर होते हैं विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में देशों के कोटे में भी सदस्य देशों को कुछ हिस्सा अमेरिकी डॉलर (Amercan Dollar) के रूप में जमा करना पड़ता है |
- यदि दो देश आपस में एक दूसरे के साथ व्यापार करते हैं तो भुगतान के रूप में वे अमेरिकी डॉलर (American Dollar) लेना पसंद करते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि यदि उनके हाथ में Dollar है तो वे किसी भी अन्य देश से अपनी जरूरत का सामान आयात कर लेंगे |
- अमेरिकी Dollar की विनिमय (American Dollar Exchange) दर में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव नहीं होता है इसलिए देश इस मुद्रा को जल्द ही हर जगह स्वीकार कर लेते हैं |
अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसके कारण यह बहुत से छोटे देशों को अमरीकी डॉलर (American Dollars) में ऋण देता है और ऋण बसूलता भी उसी मुद्रा में हैं जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में डॉलर की मांग हमेशा रहती है|
विश्व बैंक (World Bank) समूह और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के खजानों में सबसे अधिक योगदान देता है जो कि Dollar की वैल्यू को बढ़ाने के मददगर होता है।
दुनिया की 10 सबसे कीमती मुद्रा ( World’s Top Ten Expensive Currency)
दुनिया की 10 सबसे कीमती मुद्रा :-
NO. | Currency 💲 | Country of Origin | Value in USD ($) |
1. | कुवैत दीनार (KWD) | कुवैत | $3.27 |
2. | बहरीनी दीनार (BHD) | बहरीन | $2.67 |
3. | ओमानी रियाल (OMR) | ओमान | $2.61 |
4. | जॉर्डनियन दीनार (JOD) | जॉर्डन | $1.41 |
5. | ब्रिटिश पाउंड (GBP) | ग्रेट ब्रिटेन | $1.25 |
6. | जिब्राल्टर पाउंड (GIP) | जिब्राल्टर | $1.25 |
7. | केमैन आइलैंड्स डॉलर (KYD) | केमैन आइलैंड्स | $1.21 |
8. | स्विस फ़्रैंक (CHF) | स्विट्जरलैंड और लिकटेंस्टीन | $1.13 |
9. | यूरो (EUR) | यूरोज़ोन | $1.09 |
10. | अमेरिकी डॉलर (USD) | अमेरिका | $1 |
FAQ SECTION
Q. Dollar शब्द कहा से आया?
Ans:- Dollar शब्द उच्च जर्मन थालर के निम्न सैक्सन सजातीय से लिया गया है
Q. दुनिया की सबसे मजबूत मुद्रा कौन सी है?
Ans:- दुनिया की सबसे मजबूत मुद्रा कुवैत दीनार है एक कुवैती दीनार 3.25 Dollar और 270.05 रुपये के बराबर होता है|
Q. अमेरिकी Dollar इतना मजबूत क्यों है?
Ans:- अमेरिकी Dollar इतना मजबूत इसलिए है क्योंकि दुनिया का 85% व्यापार अमेरिकी Dollar की मदद से होता है दुनिया भर के लगभग 39% क़र्ज़ अमेरिकी Dollar में दिए जाते हैं|
Q. विश्व में सबसे ऊंची मुद्रा कौन सी है?
Ans:- कुवैत दीनार (KWD) विश्व में सबसे ऊंची मुद्रा है|
Q. भारत की करेंसी कौन से नंबर पर आती है?
Ans:- दुनिया में भारत की करेंसी 38वे नंबर पर आती है|
Q. दुनिया की सबसे छोटी मुद्रा वाला देश कौन सा है?
Ans:- दुनिया की सबसे छोटी मुद्रा वाला देश ईरान है इनकी मुद्रा का नाम ईरानी रियाल है|
Q. दुनिया की सबसे कमजोर मुद्रा कौन सी है?
Ans:- दुनिया की सबसे कमजोर मुद्रा ईरानी रियाल है|
Q. डॉलर मुद्रा कितने देशों में है?
Ans:- अमेरिकी Dollar का उपयोग 65 से अधिक देशों में किया जाता हैं|