Gift City क्या है in Hindi || What is Gift City
Gift City: भारत का सबसे एडवांस हाईटेक स्मार्ट Gift City गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी (Gujarat international finance tec-city) जिसे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय एवं टेक्नोलॉजिकल हब के रूप में तैयार किया जा रहा है गिफ्ट सिटी अहमदाबाद हवाई अड्डे से लगभग 12 किलोमीटर दूर तथा साबरमती नदी के किनारे बनाई जा रही है एवं Dholera Smart City से इसकी दूरी लगभग 140 किलोमीटर है।

Gift City क्या है in Hindi || What is Gift City
गिफ्ट सिटी मे इन्वेस्टमेंट || Gift City Investment
GIFT City का निर्माण 2007 में शुरू हुआ था लेकिन निवेश की कमी के कारण इसे रोक दिया गया था और बाद में अक्टूबर 2011 में इसे फिर से शुरू किया गया।
जनवरी 2013 में, मोदी जी, जो उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उन्होंने पहली बार बहुमंजिला इमारत का उद्घाटन किया।
उस समय उन्होंने GIFT सिटी में निवेश के लिए एक बैठक भी आयोजित की, जिसमें GIFT सिटी को लगभग 1000 करोड़ रुपये का निवेश मिला, जिसमें भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ अमेरिका, टाटा कम्युनिकेशन और ग्लोबल ग्रुप जैसी कंपनियों ने GIFT सिटी में निवेश करने पर सहमति व्यक्त की।
गिफ्ट सिटी आवास एवं परिवहन || Housing & Transport in Gift City
गिफ्ट सिटी को 359 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में बनाया जा रहा है जिसमें से 67% क्षेत्रफल में व्यावसायिक (Commercial) 5% क्षेत्रफल में आवास (Residential) तथा 11% क्षेत्रफल में सामाजिक सुविधाओं (Social Facialities) के लिए होगा।
गिफ्ट सिटी (Gift City) में लगभग 110 इमारतों को बनाने की प्लानिंग चल रही है।
गिफ्ट सिटी को राज्य एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ने के लिए गांधीनगर, अहमदाबाद तथा हवाई अड्डों से जोड़ने के लिए डबल कॉरिडोर मेट्रो स्टेशन की व्यवस्था की जा रही है।
गिफ्ट सिटी (Gift City) अपने समय से बहुत धीमी चल रही है जहां गिफ्ट सिटी का पहला चरण का कार्य 2011 से 2015 में समाप्त हुआ था वही दूसरे चरण का कार्य अभी भी चल रहा है परंतु दूसरे चरण का कार्य 2020 तक खत्म करने की प्लानिंग की गई थी।
गिफ्ट सिटी का कार्य धीमा चलने के बावजूद भी बहुत से निवेशक अंतरराष्ट्रीय कंपनियां अपना ऑफिस गिफ्ट सिटी (Gift City) में खोलने के लिए निवेश कर रही है।
गिफ्ट सिटी से जुड़ी कुछ रोचक तथ्य || Interesting Facts About Gift City
- गिफ्ट सिटी की घोषणा सर्वप्रथम 2007 में उस वक्त के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
- गिफ्ट सिटी को ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट (Green Field Project) के रूप में तैयार किया जा रहा है अर्थात गिफ्ट सिटी (Gift City) ग्राउंड लेवल से बनाया जा रहा है।
- गिफ्ट सिटी में आवास (Residential) एवं व्यावसायिक (Commercial) दोनों प्रकार की ईमारत (Building) बनाई जा रही है।
गिफ्ट सिटी का कार्य अवस्था || Progress Report of Gift City Construction
गिफ्ट सिटी पूरा होने की तारीख: हालांकि गिफ्ट सिटी कब तक बनकर तैयार होगी, इस बारे में कोई सरकारी रिपोर्ट सामने नहीं आई है, लेकिन अगर पहले आई रिपोर्ट की बात करें तो उसमें बताया गया था कि गिफ्ट सिटी 2024 तक 3 चरणों में बनकर तैयार हो जाएगी।
पहले चरण में ऑफिस, घर, स्कूल, शॉपिंग मॉल, आदि को 2012 से 2016 तक बनाया गया उसके बाद दूसरे एवं तीसरे चरण में विभिन्न प्रकार की इमारतों को 2024 तक बनाया जाएगा लेकिन जानकारी के अनुसार बताते चलें की गिफ्ट सिटी (Gift City) की शुरुआत बहुत ही धीमी गति से हुई है परंतु निवेशकों को गिफ्ट सिटी के प्रति लगाव के आधार पर गिफ्ट सिटी के कार्य के रफ्तार में बहुत ही ज्यादा इजाफा हुआ है।
अब तक गिफ्ट सिटी लगभग 40% से 50% काम पूरा हो चुका है तथा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कंपनियां यहां अपना ऑफिस खोल दिया है पिछले साल तक के आंकड़ों के अनुसार 14 बहुमंजिलि में अब तक 225 ऑफिस से खुल चुकी है एवं इसमें 10,000 कर्मचारी कार्यरत है जिसमें से सबसे ज्यादा बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) में 2000 ,टाटा कंसल्टेंसी (Tata Consultancy) में 1200 कर्मचारी, बैंक ऑफ अमेरिका (Bank of America) कर्मचारी कार्यरत है।
गिफ्ट सिटी की विशेषताएं || Features of Gift City
- गिफ्ट सिटी (Gift City) में एफ एफटीटीएक्स फाइबर ऑप्टिक केबल (FTTX Fibre Optic Cable) से जोड़ा जा रहा है ताकि वहां दूरसंचार परिशेवा (Telecommunication Service) को मजबूत बनाया जा सके एवं बेहतर इंटरनेट की सुविधा मिल सके बिना कोई रुकावट के।
- गिफ्ट सिटी (Gift City) के सारे घरों एवं ऑफिस को फाइबर ऑप्टिक केबल (Fibre Optic Cable) से जोड़ा जा रहा है।
- बिजली के बारे में देखा जाए तो गिफ्ट सिटी (Gift City) में 400 मेगावाट (400 MW) बिजली की सप्लाई किया जाएगा जिससे कि हमेशा पर्याप्त मात्रा में बिजली मिल सके तथा यहां सारे बिजली के तारों को भूमिगत (Underground Tunnels) से बनाया जा रहा है ताकि शहर की खूबसूरती को और बढ़ाया जा सके।
- यहाँ के सारे घरों एवं ऑफिसो में गैस पाइपलाइन लगाया गया है जो की घरेलू सिलेंडर के मुकाबले सस्ती एवं सुरक्षित है तथा गिफ्ट सिटी को 24 घंटे गैस सप्लाई करेंगी।
- गिफ्ट सिटी भारत की पहली ऐसी सिटी है जहां DCS (District Cooling System) की व्यवस्था की जा रही है इस तकनीक की वजह से घरों में एयर कंडीशन, कूलर आदि सामानों का कम उपयोग होगा।
- प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए गिफ्ट सिटी (Gift City) कचरा प्रबंधन (Waste Manegement System) का इस्तेमाल किया गया है जिससे कि सारे कूड़े कचरे को भूमिगत रखा जाएगा!
FAQ SECTION
Q. गुजरात को गिफ्ट सिटी क्यों कहा जाता है?
Ans:- भारत का सबसे एडवांस हाईटेक स्मार्ट Gift City गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी (Gujarat international finance tec-city) जिसे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय एवं टेक्नोलॉजिकल हब के रूप में तैयार किया जा रहा है।
Q. गिफ्ट सिटी की शुरुआत किसने की?
Ans:- गिफ्ट सिटी की घोषणा सर्वप्रथम 2007 में उस वक्त के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
Q. गिफ्ट सिटी में किन कंपनियों के ऑफिस हैं?
Ans:- राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कंपनियां यहां अपना ऑफिस खोल दिया है पिछले साल तक के आंकड़ों के अनुसार 14 बहुमंजिलि में अब तक 225 ऑफिस से खुल चुकी है एवं इसमें 10,000 कर्मचारी कार्यरत है जिसमें से सबसे ज्यादा बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) में 2000 ,टाटा कंसल्टेंसी (Tata Consultancy) में 1200 कर्मचारी, बैंक ऑफ अमेरिका (Bank of America) कर्मचारी कार्यरत है।
Q. गिफ्ट सिटी में कितने कर्मचारी हैं?
Ans:- अब तक 225 ऑफिस से खुल चुकी है एवं इसमें 10,000 कर्मचारी कार्यरत है जिसमें से सबसे ज्यादा बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) में 2000 ,टाटा कंसल्टेंसी (Tata Consultancy) में 1200 कर्मचारी, बैंक ऑफ अमेरिका (Bank of America) कर्मचारी कार्यरत है।
Q. गिफ्ट सिटी की शुरुआत कब हुई थी?
Ans:- गिफ्ट सिटी की शुरुआत वर्ष 2007 में गुजरात सरकार द्वारा की गई थी।
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